Saturday, April 20, 2024

एसडीएम कोर्ट में बैठकर 200-500 रुपए रिश्वत लेते वीडियो , जमानत करवाने के नाम पर रिश्वत लेते प्राइवेट बाबू, रिश्वत न देने पर लोगों की नहीं होती जमानत

गोंडा जिले में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार रोकने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक रिश्वतखोरी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ताजा मामला कर्नलगंज तहसील का है। जहां पर जमानत कराने आए लोगों से एसडीएम कोर्ट में बैठे प्राइवेट बाबू द्वारा खुलेआम रिश्वत लेते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो में एसडीएम कोर्ट में बैठे प्राइवेट बाबू नंद कुमार दुबे द्वारा 200-500 रुपए की खुलेआम रिश्वत ले जा रही है। रिश्वत न देने पर पीड़ितों को जमानत न देकर कोर्ट से भगा दिया जाता है। वहीं एक पीड़ित ने एसडीएम कोर्ट में तैनात प्राइवेट बाबू को रिश्वत देते उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। यह वीडियो कल का बताया जा रहा है।

दरअसल, कर्नलगंज तहसील में एसडीएम कोर्ट में तैनात प्राइवेट बाबू नंद कुमार दुबे को एसडीएम करनैलगंज के पेशकार द्वारा रखा गया है। नंद कुमार दुबे एसडीएम करनैलगंज की कोर्ट में फौजदारी और शांति भंग के मुकदमों की फाइल देखते हैं। इनके द्वारा जमानत करवाने आ रहे लोगों से खुले आम पैसे की मांग की जा रही है। खुलेआम पैसा लेने के बाद ही नंद कुमार दुबे
द्वारा लोगों को जमानत दी जाती है।

एसडीएम कोर्ट में तैनात प्राइवेट बाबू का जमानत करवाने आए एक पीड़ित से 200 रुपए तो वही दूसरे पीड़ित से 500 रुपए की खुलेआम रिश्वत लेते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कर्नलगंज तहसील प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है कि आखिर कोर्ट जैसे महत्वपूर्ण स्थान पर प्राइवेट व्यक्ति को बैठ करके कैसे काम कराया जा रहा है।

एसडीएम कोर्ट में बैठकर प्राइवेट बाबू जमानत के नाम पर खोल आम रिश्वत ले रहा है। प्राइवेट बाबू के रिश्वत लेने से पहले नायब तहसीलदार करनैलगंज के कोर्ट में तैनात पेशकार का भी फाइल के नाम पर रिश्वत लेते वीडियो वायरल हुआ था। फिलहाल एसडीएम कोर्ट में तैनात प्राइवेट बाबू का खुलेआम रिश्वत लेते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसडीएम करनैलगंज ने जांच के आदेश दिए हैं।

वहीं पूरे मामले को लेकर के एसडीएम करनैलगंज भारत भार्गव ने बताया कि एक व्यक्ति वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है जो कुछ पैसा ले रहा है। फिलहाल वीडियो वायरल होने के बाद पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी दोषी मिलेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि किसी भी प्रकार की रिश्वत कोई भी कर्मचारी नहीं ले सकता है। और तहसील में सारी सुविधा निशुल्क हैं किसी प्रकार का कोई शुल्क देय नहीं है।

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