Friday, April 26, 2024

इलाज के दौरान लापरवाही से जच्चा-बच्चा दोनों की मौतः

गोंडा जिले में खोडारे थाना क्षेत्र एक प्राइवेट अस्पताल की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। जहां पर डिलीवरी के नाम पर 35000 रुपए जमा कराए जाने के बाद इलाज के दौरान लापरवाही से प्रसव के दौरान जच्चा बच्चा दोनों की मौत होने से हड़कंप मचा हुआ है। जच्चा बच्चा दोनों की मौत होने के बाद परिजनों द्वारा जमकर अस्पताल में तोड़फोड़ की गई है।

वहीं जच्चा बच्चा दोनों की मौत होने के बाद प्राइवेट डॉक्टर किसी तरीके से रस्सी के सहारे भगाने का प्रयास किया लेकिन उसे भी परिजनों द्वारा दबोच लिया गया और खोडारे थाने में तहरीर देकर गंभीर आरोप लगाया गया है। वहीं अब पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को सील करके आगे की कार्यवाही की जा रही है।

दरअसल पूरा मामला छपिया थाना क्षेत्र अंतर्गत यशोदा हॉस्पिटल बुक्कनपुर का है। जहां पर केशव नगर ग्रांट के रहने वाले रविंद्र शर्मा अपनी पत्नी लल्ली देवी की डिलीवरी करने को लेकर के अस्पताल में लेकर आए थे और यहां पर भर्ती भी कराए थे। जहां पर यशोदा हॉस्पिटल के डॉक्टर राजेश पांडे और उनके अज्ञात साथियों द्वारा रविंद्र की पत्नी लल्ली देवी का ऑपरेशन करने की बात कह कर 35000 रुपए जमा कराए जाने की मांग की गई थी। परिजनों द्वारा ऑपरेशन को लेकर के 35000 रुपए भी जमा कर दिए गए। लेकिन लापरवाही तरीके से लल्ली देवी का ऑपरेशन किए जाने के दौरान ही जच्चा बच्चा दोनों की मौत हो गई है।

मौत होने के बाद अस्पताल में ही परिजनों द्वारा जमकर तोड़फोड़ की गई

जच्चा बच्चा दोनों की मौत होने की बाद घंटों तक डॉक्टरों द्वारा परिजनों को कोई जानकारी नहीं दी गई। जब परिजनों को शंका हुआ तो किसी तरीके से दरवाजे को तोड़कर के अंदर पहुंचे जहां पर देखें दोनों मृत अवस्था में पड़े हुए थे। दोनों की मौत होने के बाद अस्पताल में ही परिजनों द्वारा जमकर तोड़फोड़ की गई।

मामले में आगे की कार्यवाही के लिए खोण्डारे पुलिस को निर्देश दिए

परिजनों द्वारा की गई तोड़फोड़ से डर करके डॉक्टर राजेश पांडे अपने अस्पताल की छत से रस्सी के सहारे भगाने का प्रयास किया। लेकिन परिजनों द्वारा किसी तरीके से दबोच लिया गया और पुलिस को मौके पर सूचना दी गई। वहीं घटना की सूचना मिलती ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोडारे के अधीक्षक द्वारा पूरे अस्पताल को सील कर दिया गया है और पूरे मामले में आगे की कार्यवाही के लिए खोण्डारे पुलिस को निर्देश दिए गए हैं।

मामले में आगे की कार्यवाही के लिए खोण्डारे पुलिस को निर्देश दिए

परिजनों द्वारा की गई तोड़फोड़ से डर करके डॉक्टर राजेश पांडे अपने अस्पताल की छत से रस्सी के सहारे भगाने का प्रयास किया। लेकिन परिजनों द्वारा किसी तरीके से दबोच लिया गया और पुलिस को मौके पर सूचना दी गई। वहीं घटना की सूचना मिलती ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोडारे के अधीक्षक द्वारा पूरे अस्पताल को सील कर दिया गया है और पूरे मामले में आगे की कार्यवाही के लिए खोण्डारे पुलिस को निर्देश दिए गए हैं।

35 हजार रुपए लेकर भी लापरवाही से किया गया इलाज

वहीं पूरे मामले को लेकर के मृतक लल्ली देवी के पति रविंद्र शर्मा ने बताया कि हम अपनी पत्नी का इलाज करने के लिए डिलीवरी करने के लिए यशोदा अस्पताल में लाए हुए थे। जहां पर हमसे 35 हजार रुपए भी ले लिया गया लेकिन लापरवाही तरीके से मेरी पत्नी का ऑपरेशन किया गया जिससे मेरे बच्चे और मेरी पत्नी दोनों की मौत हो गई है। और इन लोगों ने हम लोगों के साथ मारपीट भी किया है।


मेजर ऑपरेशन करने का इनके पास कोई लाइसेंस नहीं है

वहीं पूरे मामले को लेकर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोडारे के अधीक्षक डॉक्टर तरुण मौर्य ने बताया कि यशोदा हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान जच्चा बच्चा दोनों की मौत हो गई है पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए अस्पताल को सील कर दिया गया है। इनका रजिस्ट्रेशन माइनर ऑपरेशन के लिए था लेकिन इन्होंने मेजर ऑपरेशन किया था जिससे दोनों की मौत हो गई है। मेजर ऑपरेशन करने का इनके पास कोई लाइसेंस नहीं है ना ही उनके पास कोई अनुभवी डॉक्टर थे।




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